मोदी और जेटली ने सीधे दी चेतावनी

'द इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, पावर मिनिस्टर के निजी सचिव को सागौन की लकड़ी से बना एक कैबिनेट दिया गया। एक सेक्रेटरी को आईपैड, स्पेशल सेक्रेटरी के मोबाइल फोन का बिल और एडिशनल सेक्रेटरी को मोबाइल हैंडसेट दिया गया। अरुणाचल के प्रोजेक्ट में घोटाले को लेकर सेंट्रल विजिलेंस अफसर सतीश वर्मा ने रिपोर्ट पेश की थी। इसके मुताबिक पावर मिनिस्ट्री के अफसरों के 20 लाख रु. के बिल चुकाए गए। जिसमें दिल्ली के कई 5 स्टार होटलों का 18 लाख समेत नॉनवेज खाना और चॉकलेट के डिब्बे का बिल भी शामिल है। वर्मा ने जुलाई में मिनिस्ट्री, सीबीआई और सेंट्रल विजिलेंस कमिश्नर को भेजी अपनी 129 पेज की रिपोर्ट में ये भी बताया था अफसरों को लाखों रुपए कार का किराया दिया गया था। साथ ही उनके लिए 10.6 लाख के ड्राईफ्रूट्स भी खरीदे गए थे। इतना ही नहीं अफसरों ने शिलांग आने पर फिल्म का किराया और सब्जी-मसाले खरीदने तक के पैसे वसूले।
अंग्रेजी अखबार ने एक ऑडियो टेप होने का दावा भी किया था। टेप में गोबोई और वर्मा के बीच की बातचीत थी। इसमें गोबोई ने रिजिजू को 17 बार 'भैया' बताया था। रिपोर्ट में नॉर्थ-ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (NEEPCO) के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर (सीएमडी) समेत टॉप पोस्ट पर बैठे कई अफसरों को करप्शन के लिए जिम्मेदार बताया गया था।
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